नयी दिल्ली
इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीट शेयरिंग एक अहम मुद्दा है। हैदराबाद में 16-17 सितंबर को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की मीटिंग में कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पार्टी हाईकमान से कहा है कि सीट शेयरिंग पर फैसला पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद हो। ताकि प्रदर्शन के आधार पर सीटों का बंटवारा हो सके। मीडिया में आ रही रपटों के मुताबिक यह मांग करने वाले अधिकतर नेता उन राज्यों से हैं, जहां कांग्रेस का सीधा मुकाबला इंडिया गठबंधन की दूसरी पार्टियों से होना है। इन नेताओं का मानना है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में अच्छा परफॉर्म करने पर वे सीट शेयरिंग में अपना दावा मजबूती के साथ पेश कर सकेंगे। आपको बता दें कि इस साल राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि अब तक चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की तिथियों के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन जानकारों का मानना है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक तिथियों का एलान हो जायेगा।
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पंजाब कांग्रेस नहीं चाहती AAP के साथ एलायंस
इधर, CWC की बैठक में ही, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि वे पंजाब में AAP के साथ गठबंधन का समर्थन नहीं करते हैं। क्योंकि वहां उनके नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी हाईकमान ने इस मसले पर अलग से चर्चा का आश्वासन दिया है। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि दूसरे दलों के साथ सीट शेयरिंग पर फैसला स्टेट यूनिट्स से विचार-विमर्श के बाद ही लिया जायेगा।
सीट शेयरिंग में इन राज्यों में है पेंच
गौरतलब है कि इंडिया गठबंधन प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में NDA के खिलाफ एक संयुक्त उम्मीदवार को टिकट देने के लिए सहमति बना कर रहा है। लेकिन इसमें मुश्किलें भी हैं। उदाहरण के लिए पंजाब, दिल्ली, केरल और पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्य हैं, जहां सीट शेयरिंग पर सभी दल एकमत नहीं हैं। दूसरी ओर AAP के अरविंद केजरीवाल और सपा प्रमुख अखिलेश यादव का मानना है कि इसी महीने के आखिरी तक सीटों के बंटवारे पर निर्णय ले लिया जाये।
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